सड़क दुर्घटना: मर्चुला हादसे की ताजगी आई वापस, 200 मीटर गहरी खाई में गिरी कार, एक की मौत, दो घायल
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भतरौंजखान क्षेत्र के मझौड़-जाख रोड पर एक कार 200 मीटर गहरी खाई में गिर गई। इस दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर भेजा गया है।
अल्मोड़ा जिले के भतरौंजखान क्षेत्र में मझौड़-जाख रोड पर एक कार 200 मीटर गहरी खाई में गिर गई। इस हादसे में एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों को बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर भेजा गया है। मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, और उनके परिवार को हादसे की जानकारी दी जा चुकी है।
सीओ विमल प्रसाद ने बताया कि रविवार सुबह लगभग आठ बजे एक कार मझौड़-जाख रोड पर मर्चुला की ओर से आ रही थी। इस दौरान कार क्रैश बैरियर को तोड़ते हुए खाई में गिर गई। हादसे में चालक गिरीश चंद्र (28) निवासी पनुआदोखान थाना भतरौंजखान, पंकज शर्मा (34) निवासी सेक्टर चार बी, वसुंधरा गाजियाबाद और मूल रूप से नखचूलाखाल भतरौंजखान, तथा प्रकाश राम (48) निवासी भनौडी बासोट भतरौंजखान गंभीर रूप से घायल हो गए।
सीओ ने बताया कि कार के खाई में गिरने की जानकारी पुलिस को राहगीरों से मिली। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया। तीनों घायलों को खाई से निकालकर रानीखेत अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने प्रकाश राम को मृत घोषित कर दिया। वहीं, ड्राइवर और दूसरे घायल की हालत गंभीर देख उन्हें हायर सेंटर भेजा गया।
उन्होंने बताया कि कार चालक दिल्ली से सवारी लेकर नखचूलाखाल आ रहा था और सवारियों को छोड़ने के बाद पनुआदोखान जा रहा था। सीओ ने यह भी कहा कि कड़ी मेहनत के बाद पुलिस ने क्रेन से कार को बाहर निकाला, जो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी। मामले की जांच की जा रही है।
नींद की झपकी हो सकती है हादसे का कारण
भतरौंजखान क्षेत्र में मर्चुला-भतरौंजखान मार्ग पर रविवार सुबह हुई कार दुर्घटना के कारण के बारे में पुलिस कर्मियों का मानना है कि चालक को नींद की झपकी आना एक कारण हो सकता है। हालांकि, इस बारे में आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। पुलिस के अनुसार, दुर्घटना के समय कोई प्रत्यक्षदर्शी मौजूद नहीं था, लेकिन जब कार अनियंत्रित होकर खाई में गिरी, तो आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस का कहना है कि संभवतः चालक को सुबह के समय लंबा सफर करने के बाद नींद की झपकी लग गई, जिसके कारण कार अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। प्रारंभिक जांच में पुलिस इस पर विचार कर रही है। पता चला है कि चालक सवारियों को लेकर भतरौंजखान क्षेत्र में आ रहा था, और सुबह के समय नींद की झपकी लगना सामान्य है। पुलिस ने कार के नंबरों के आधार पर पीड़ितों के परिवार से संपर्क किया और उनसे पूछताछ की। एएसपी हरबंश सिंह के अनुसार, नींद की झपकी इस हादसे का एक कारण हो सकती है। फिलहाल मामले की जांच जारी है।
फिर याद आया मर्चुला हादसा
रविवार सुबह हुए कार हादसे ने एक बार फिर मर्चुला बस दुर्घटना की यादें ताजी कर दी। पिछले साल 4 नवंबर को मर्चुला के कूपी बैंड के पास एक बस के गहरी खाई में गिरने से 38 लोगों की जान चली गई थी। इसके बाद से इस क्षेत्र में सड़क सुधार के लिए कई बड़े सुधारात्मक कदम उठाए गए हैं, जिनमें क्रैश बैरियर लगवाना प्रमुख था। हालांकि, रविवार का कार हादसा क्रैश बैरियर को तोड़ने के बाद हुआ। हादसे के बाद मौके पर खड़े लोग इस बात पर चर्चा करते हुए नजर आए कि आखिर कब इस प्रकार के हादसों से छुटकारा मिलेगा।
जिले में चिह्नित किए गए हैं 542 ब्लैक स्पॉट
अल्मोड़ा जिले में पिछले साल 4 नवंबर को मर्चुला बस दुर्घटना के बाद प्रशासन ने सड़क सुधार के लिए अभियान चलाया था, जिसके तहत जिलेभर में ब्लैक स्पॉट्स की पहचान की गई थी। इस अभियान के तहत पुलिस और परिवहन विभाग ने 542 ब्लैक स्पॉट्स चिह्नित किए थे। एक पखवाड़े पहले हुई सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में इन ब्लैक स्पॉट्स की जानकारी दी गई थी। सड़क सुरक्षा समिति के अध्यक्ष डीएम आलोक कुमार पांडेय ने दुर्घटनाओं को रोकने के लिए इन ब्लैक स्पॉट्स को समाप्त करने के निर्देश दिए थे, और संबंधित विभाग इस दिशा में कार्य कर रहे हैं। जहां यह हादसा हुआ है, उस स्थान पर भी कई ब्लैक स्पॉट्स हैं।