लाखों का पैकेज छोड़ उन्होंने उत्तरकाशी जाने का संकल्प लिया।
ये डॉ कैलाश नौटियाल है यह एमबीबीएस, एमडी मेडिसिन हैं,यानी जनरल फिजिशियन।
डाक्टरों के पहाड़ नही चढ़ने के चर्चे आए दिन हम लोग सुनते हैं। लेकिन कुछ साल पहले उत्तरकाशी में तैनात बिहार के रहने वाले डॉ एसके सिंह साहब ने कहा था भई सुनो जब पहाड़ का आदमी पहाड़ में नहीं रहना चाहता तो यूपी बिहार का आदमी क्यों रहेगा यह पते की बात उन्होंने कही थी। सरकारी सेवाओं में भी अब ज्यादातर नौजवान अपनी सेवाएँ दे रहे हैं। लेकिन ईमानदारी और सच्चे सेवाभाव की बात यह है कि डॉ कैलाश नौटियाल शुरुआती दौर में टिहरी के सत्यों में सरकारी अस्पताल में पोस्टेड रहे। राजकीय सेवा छोड़कर उन्होंने देहरादून के महंत इंद्रेश अस्पताल जॉइन किया। यहाँ उन्होंने अपनी ओपीडी के दौरान महसूस किया कि ग्रामीण इलाकों के लोग स्वास्थ्य के प्रति जागरूक नहीं है। खासतौर पर पहाड़ों के लोग तो बिल्कुल भी नही…… उन्हें हेरानी तब लगी जब उन्होंने देखा कि इंद्रेश अस्पताल में सर्वाधिक लोग उत्तरकाशी से पंहुच रहे हैं, मेडिकली अवेयर नहीं होने की वजह से लोग मामूली उपचार के लिए हायर सेंटर पहुँच जाते हैं। लाखों का पैकेज छोड़ उन्होंने उत्तरकाशी जाने का संकल्प लिया। डॉ नौटियाल मूलतः उत्तरकाशी के रोंतल गाँव के रहने वाले हैं।उनका जन्म, शिक्षा-दीक्षा देहरादून में ही हुई। उन्होंने डिस्ट्रिक्ट हेडक्वाटर भैरव चौक में निजी क्लीनिक में वर्ष 2022 में ओपीडी शुरू कर दी। मरीजों के लिए राहत की बात ये है कि डॉ नौटियाल की इंद्रेश में 800 रुपय परामर्श फीस थी। और उत्तरकाशी में 300 सौ रुपय ले रहें हैं। इससे बढ़िया सुविधा शुल्क नहीं हो सकता पीजी डाक्टरों का ! डॉ नौटियाल को मरीजों की नब्ज देखने का आठ साल का अनुभव प्राप्त है। डॉ कैलाश इससे पूर्व कभी उत्तरकाशी नहीं गये, मगर इंद्रेश में उत्तरकाशी के लोगों को देख उन्होंने उत्तरकाशी जाने का मन बनाया। निजी क्लीनिक चलाने वाले संभवत यह पहले डाक्टर होंगे जो मरीजों को देख रहें हैं।
ये चाहते तो देहरादून के अलावा बड़े महानगरों का रूख कर सकते थे, उपेक्षित मरीजों को देख उन्होंने पहाड़ चढ़ने का मन बनाया। उनका परिवार दशकों से देहरादून में शिफ्ट है। समाज में इस तरह के प्रतिभाशाली लोगों का मनोबल बढ़ाने की जरूरत है चाहे वे किसी भी फील्ड में कार्यरत हो, सरकारी हो या गैर-सरकारी। डॉ कैलाश के वास्तविक प्रयासों ने ग्रामीणों को प्रभावित कर दिया है।