बैसाखी पर हरिद्वार में श्रद्धालुओं ने हरकी पैड़ी पर लिया आस्था का पावन स्नान।

प्रमुख स्नान पर्वों की शुरुआत शनिवार को चैत्र पूर्णिमा के साथ हुई थी। आज पूर्णिमा के स्नान के साथ ही एक महीने तक चलने वाला वैशाख मास का स्नान भी आरंभ हो गया है।
धर्मनगरी हरिद्वार में आज बैसाखी पर्व के मौके पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। हर की पैड़ी सहित अन्य गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं ने आस्था के साथ पवित्र स्नान किया।
बैसाखी स्नान पर्व को लेकर पुलिस ने यातायात योजना जारी कर दी है। शहर में शनिवार रात 12 बजे से भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है, जो स्नान समाप्त होने तक लागू रहेगी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने रूट और पार्किंग स्थलों को निर्धारित करते हुए अधिकारियों को योजना का सख्ती से पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं।
बैसाखी पर्व के मद्देनज़र मेला क्षेत्र को सुरक्षा और व्यवस्था के लिहाज से 4 सुपर जोन, 13 जोन और 40 सेक्टरों में बांटा गया है। पूरे क्षेत्र की निगरानी कंट्रोल रूम से सीसीटीवी कैमरों के जरिये की जा रही है, ताकि किसी भी स्थिति पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।
संदिग्ध गतिविधि टटोलने के लिए सादे वस्त्रों में भी पुलिसकर्मी रहेंगे मुस्तैद किए गए हैं। बीडीएस एवं डॉग स्क्वॉड निरंतर मेला क्षेत्र में सक्रिय रहकर मेला क्षेत्र की निगरानी कर रहे हैं।
बैसाखी हर्ष के साथ भाईचारे का भी पर्व: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को बैसाखी पर्व की बधाई व शुभकामनाएं दीं। अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि बैसाखी हर्ष और उल्लास के साथ उत्साह व भाईचारे का भी पर्व है। उन्होंने कहा कि नई फसल के कटने से जुड़ा यह पर्व हमारी समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं, किसान व कृषि संस्कृति का भी परिचायक है। यह लोक आस्था एवं समृद्धि का भी प्रतीक है। यह पावन पर्व प्रदेशवासियों के जीवन में सुख व समृद्धि लाए इसकी भी मुख्यमंत्री ने कामना की है।