त्रियुगीनारायण: शिव-पार्वती विवाह स्थल पर इस यात्राकाल में 2.50 लाख श्रद्धालुओं ने किए अखंड ज्योति के दर्शन
त्रियुगीनारायण में शिव-पार्वती के विवाह स्थल पर यात्राकाल के दौरान हर दिन 1500 से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। मंदिर भगवान शिव और पार्वती के जयकारों से गूंज रहा है।
त्रियुगीनारायण में शिव-पार्वती की विवाह स्थली पर इस यात्राकाल में अब तक 2.50 लाख से अधिक श्रद्धालु अखंड ज्योति के दर्शन कर चुके हैं। प्रतिदिन यहां 1500 से 2000 श्रद्धालु आ रहे हैं, जिससे मंदिर पूरे दिन शिव-पार्वती के जयकारों से गूंजता रहता है। यात्रा में वृद्धि से स्थानीय लोगों को रोजगार मिल रहा है, जिससे व्यापारियों के चेहरे पर खुशी छाई है।
रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग पर सोनप्रयाग से 11 किमी दूर स्थित त्रियुगीनारायण में भक्तों की भारी भीड़ जमा हो रही है। केदारनाथ यात्रा शुरू होने के बाद से प्रतिदिन 1500 से 2000 श्रद्धालु यहां आ रहे हैं। बारिश के कारण सोनप्रयाग-त्रियुगीनारायण मोटर मार्ग की खराब स्थिति के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हो रहा है।
दिल्ली से आए रमेश तनेजा, महाराष्ट्र के नवीन कौशिक और हरियाणा के नीरज पाठक ने बताया कि यहां आकर वे खुद को धन्य महसूस कर रहे हैं। तीन युगों से जल रही अखंड ज्योति के दर्शन कर उनकी वर्षों की मनोकामनाएं पूर्ण हो गई हैं। यात्रियों की बढ़ती संख्या से न केवल मंदिर बल्कि आसपास के व्यापारिक प्रतिष्ठानों को भी लाभ हो रहा है।
कारोबार को भी गति मिल रही
व्यापार संघ के अध्यक्ष महेंद्र सेमवाल ने बताया कि इस साल यात्रियों की बढ़ती संख्या से व्यापार में तेजी आई है, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद 10 मई से अब तक त्रियुगीनारायण मंदिर में 2.50 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।
इस वर्ष श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या से मंदिर में लगातार चहल-पहल बनी हुई है। प्रतिदिन 1500 से 2000 श्रद्धालु अखंड ज्योति के दर्शन कर भगवान वामन की पूजा-अर्चना कर रहे हैं। कई श्रद्धालु अपने परिवार के साथ यहां पूजा करके अपने घर-परिवार की सुख-समृद्धि की कामना कर रहे हैं। – सर्वेश्वरानंद भट्ट, सचिव तीर्थपुरोहित समिति, त्रियुगीनारायण मंदिर