कांग्रेस में हरिद्वार और नैनीताल लोकसभा सीटों पर टिकट को लेकर मारामारी
नई दिल्ली में मंगलवार को होने वाली केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद, कांग्रेस हाईकमान लोकसभा चुनाव में हरिद्वार सीट के प्रत्याशी की घोषणा करेगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य भी इसमें शामिल होने के लिए दिल्ली चले गए हैं। भाजपा ने पांच लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों को घोषित करके नामांकन की तैयारी शुरू कर दी है। उधर, कांग्रेस में हरिद्वार और नैनीताल लोकसभा सीटों पर टिकट के लिए संघर्ष जारी है। केंद्रीय चुनाव समिति की सोमवार को तय बैठक दोनों सीटों पर प्रत्याशियों को लेकर टाल दी गई। अब मंगलवार को एक बैठक होगी, जिसमें दोनों पदों के प्रत्याशियों की घोषणा हो सकती है। कांग्रेस इसलिए प्रचार में भाजपा से पीछे है। भाजपा के हरिद्वार संसदीय सीट के प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चुनाव प्रचार का नेतृत्व किया है। गढ़वाल संसदीय सीट पर अनिल बलूनी भी प्रचार में शामिल हो गए हैं, लेकिन कांग्रेस में हरिद्वार और नैनीताल के प्रत्याशियों के नामों पर एकमत नहीं है। कई दावेदार होने से एक दूसरे से खींचतान
आपसी खींचतान के कारण दोनों सीटों पर टिकट प्रतीक्षा में हैं। हरिद्वार सीट से पूर्व सीएम हरीश रावत अपने बेटे वीरेंद्र रावत के लिए टिकट मांग रहे हैं, लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा चाहते हैं कि हरीश रावत खुद चुनाव लड़ें या उन्हें मौका दिया जाए। नैनीताल में कई दावेदार होने से आपसी खींचतान चल रही है।
यहीं से यशपाल आर्य, भुवन कापड़ी, महेंद्र पाल, रणजीत रावत और प्रकाश जोशी के नामों की चर्चा होती है। यशपाल आर्य के नाम पर इन नामों में लगभग सहमति है, लेकिन आर्य चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं बताए जा रहे हैं। हालाँकि, नैनीताल-ऊधम सिंह नगर सीट के जातीय समीकरण के कारण आर्य को पार्टी का एक बड़ा वर्ग मजबूत प्रत्याशी मानता है।
पूरे राज्य में, पार्टी बूथ स्तर पर चुनावी तैयारी कर रही है। प्रचार में देरी हो रही है क्योंकि दो सीटों पर प्रत्याशी निर्वाचित नहीं हैं। 19 मार्च को प्रत्याशी दोनों पदों पर घोषित होने की संभावना है। पार्टी हाईकमान जिसे भी टिकट देगा, चुनाव में कार्यकर्ता पूरी मेहनत से काम करेंगे। -करन माहरा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष