“चमोली: ज्योतिर्मठ के प्रभावित लोगों ने बदरीनाथ हाईवे जाम किया, बाजार बंद; सुरक्षात्मक कार्य न होने पर जताई नाराजगी”

ज्योर्तिमठ के लोगों ने नाराजगी जताते हुए बदरीनाथ हाईवे पर जाम लगा दिया। 21 महीनों के बीत जाने के बाद भी कोई सकारात्मक कार्य न होने के कारण प्रभावित लोगों ने अपना विरोध प्रदर्शन किया।

आपदा से प्रभावित ज्योतिर्मठ में सुरक्षात्मक उपाय न होने और अन्य मांगों के चलते स्थानीय लोगों ने बाजार बंद कर दिया और चक्काजाम किया। यह विरोध प्रदर्शन मूल निवास स्वाभिमान संगठन द्वारा आयोजित किया गया, जिसमें व्यापार मंडल और टैक्सी यूनियन भी शामिल हुए। प्रभावितों ने बदरीनाथ हाईवे पर भी जाम लगाया।

व्यापार मंडल के अध्यक्ष नैन सिंह भंडारी ने कहा कि आपदा के 21 महीनों के बाद भी नगर में सुरक्षात्मक कार्यों के नाम पर एक भी ईंट नहीं रखी गई है। इसी कारण बाजार बंद करने का निर्णय लिया गया। दूसरी ओर, टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष चंडी प्रसाद बहुगुणा ने बताया कि जब तक प्रशासन के साथ सही वार्ता नहीं होती, तब तक प्रस्तावित चक्काजाम को वापस नहीं लिया जाएगा।

इस समय चारधाम यात्रा तेजी से चल रही है, और हर दिन हजारों श्रद्धालु बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। हालांकि, बाजार बंद होने और चक्काजाम के कारण यात्रियों को आने-जाने में गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही, स्थानीय लोगों के लिए भी आवाजाही करना मुश्किल हो गया है।

जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति ने सीएस को दिया ज्ञापन

भू-धंसाव से प्रभावित ज्योतिर्मठ नगर में सुरक्षात्मक कार्यों और अन्य मांगों के संबंध में जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति ने देहरादून में मुख्य सचिव को एक ज्ञापन सौंपा। समिति ने कहा कि बारिश के बाद नगर की स्थिति लगातार deteriorate हो रही है, इसलिए यहां सुरक्षात्मक कार्यों को तेजी से अंजाम दिया जाए। उन्होंने उल्लेख किया कि 8 अप्रैल 2023 को मुख्यमंत्री के साथ जिन बिंदुओं पर सहमति बनी थी, उन पर कार्रवाई की जानी चाहिए। समिति ने सुरक्षात्मक कार्यों को जल्द शुरू करने, राहत, मुआवजा और पुनर्वास कार्यों को शीघ्र पूरा करने, राहत और पुनर्वास मुआवजे के लिए जिले के वरिष्ठ अधिकारियों का नगर में कैंप आयोजित करने, और समय-समय पर इसकी समीक्षा करने की मांग की।