देहरादून में बायोमीट्रिक हाजिरी व्यवस्था पहले दिन ही फेल, मशीन खराब होने से कर्मचारी लाइन में खड़े रहे।

प्रदेश में मुख्य सचिव ने बायोमीट्रिक हाजिरी लागू करने के आदेश दिए थे। इस व्यवस्था के तहत कर्मचारी हाजिरी लगाने के लिए लाइन में खड़े हुए, लेकिन मशीन ने काम करना बंद कर दिया।

मुख्य सचिव के कड़े निर्देशों के चलते गुरुवार से बायोमीट्रिक हाजिरी प्रणाली शुरू की गई, लेकिन यह पहले ही दिन सही से काम नहीं कर पाई। अधिकारी और कर्मचारी हाजिरी लगाने के लिए लाइन में खड़े नजर आए। मुख्य सचिव आनंदबर्द्धन ने एक मई से सभी विभागों में अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए बायोमीट्रिक हाजिरी को अनिवार्य किया था।

सुबह सचिवालय खुलते ही कर्मचारी बायोमीट्रिक मशीन से हाजिरी लगाने लगे। लेकिन कुछ ही देर में मशीन ने काम करना बंद कर दिया। बताया गया कि मशीन के सर्वर में तकनीकी समस्या आ गई थी। कर्मचारी समय पर पहुंच गए थे, लेकिन हाजिरी लगाने के लिए लाइन में लगना पड़ा। अंत में सभी की उपस्थिति मैन्युअल तरीके से दर्ज की गई।

उत्तराखंड सचिवालय संघ ने यह हाजिरी से जुड़ी समस्या मुख्य सचिव को बताई और इसका समाधान करने की मांग की। संघ ने कहा कि कई कर्मचारी देर रात तक काम करते हैं, खासकर निजी सचिव और वाहन चालक, जिन्हें अधिकारियों के देर तक रुकने के कारण मजबूरी में रुकना पड़ता है। ऐसे में उन पर बायोमीट्रिक हाजिरी का यह नियम लागू करना ठीक नहीं है। सभी कर्मचारी ईमानदारी से काम करते हैं और अपने कार्यों को लंबित नहीं छोड़ते।