4,400 पदों की भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग 15 सितंबर से भर्ती प्रक्रिया की शुरु

इस महीने 11 विभागों में 4,400 पदों की भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग 15 सितंबर से भर्ती प्रक्रिया की शुरुआत करेगा। पुलिस, वन आरक्षी, और इंटर व स्नातक स्तर के विभिन्न पदों पर नौकरी के अवसर मिलेंगे।

प्रदेश के 11 सरकारी विभागों में खाली पदों पर बंपर नौकरियों की पेशकश की जाएगी। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग 15 सितंबर से 4,400 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू करेगा। इसमें पुलिस, वन आरक्षी और इंटर व स्नातक स्तर के विभिन्न पदों पर नौकरी के अवसर उपलब्ध होंगे।

इसके अलावा, आयोग आवेदन से लेकर परीक्षा और परिणाम जारी करने का शेड्यूल तैयार करने में व्यस्त है। प्रदेश सरकार ने अब तक विभिन्न विभागों में 16,000 पदों की चयन प्रक्रिया पूरी कर युवाओं को नौकरी प्रदान की है, जो तीन वर्षों में सबसे अधिक नौकरी देने का रिकॉर्ड है।

सीएम धामी ने चयनित युवाओं को नियुक्तिपत्र देकर उन्हें सम्मानित किया। अब सरकार ने राज्य के 11 विभागों में 4,400 खाली पदों पर भर्ती का निर्णय लिया है। सीएम ने अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को विभागों से प्राप्त खाली पदों के प्रस्ताव पर पारदर्शिता सुनिश्चित करने और निर्धारित समय सीमा के भीतर भर्ती प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए हैं।

आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया ने जानकारी दी कि 11 विभागों से लगभग 4,400 खाली पदों के अधियाचन प्राप्त हुए हैं। इन पदों की भर्ती की तैयारी पूरी हो चुकी है, और आवेदन की प्रक्रिया 15 सितंबर से शुरू होगी।

इन पदों पर मिलेगी नौकरी

पुलिस आरक्षी के 2,000, वन आरक्षी के 700, इंटर स्तरीय सींचपाल, कनिष्ठ सहायक, राजस्व सहायक, मेट, कार्य पर्यवेक्षक के 1,200, वैयक्तिक सहायक के 280, वैज्ञानिक सहायक के 50, स्नातक स्तरीय 50, सहायक विकास अधिकारी के 40, वाहन चालक 25, लाइब्रेरियन के 10, प्राथमिक शिक्षक एसटी के 15, आईटीआई के कई ट्रेड पर 35 पदों पर भर्ती।

प्रदेश में 4,400 पदों पर युवाओं को नौकरी के अवसर मिल रहे हैं। अब तक 16,000 युवाओं को विभिन्न विभागों में नौकरी मिल चुकी है। सरकार ने देश का सबसे सख्त नकलरोधी कानून लागू करने के बाद, अब योग्य युवाओं को चार-चार नौकरियों में चयन की संभावना मिल रही है। पहले नकल माफिया के कारण एक ही परिवार के कई सदस्य एक साथ चार-चार नौकरियों में चयनित हो जाते थे। हमने यह संकल्प लिया है कि उत्तराखंड के हितों और युवाओं के भविष्य से खेलने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।