Uttarakhand: ऑपरेशन कालनेमि के तहत बदरीनाथ धाम में दो संदिग्ध बाबा पकड़े गए, 600 साधुओं का हुआ सत्यापन

ऑपरेशन कालनेमि के तहत अब तक 60 से ज्यादा भेष बदलकर रह रहे लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देवभूमि की सांस्कृतिक पहचान और मूल स्वरूप को बनाए रखने का संकल्प मजबूत है और यह अभियान लगातार जारी रहेगा। लव जिहाद और लैंड जिहाद के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाते रहेंगे।
अभियान ‘कालनेमि’ के तहत पुलिस ने अब बदरीनाथ धाम में भी साधु-संतों की जांच और सत्यापन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। रविवार को इस अभियान के तहत कई बाबाओं को थाने बुलाकर उनके दस्तावेजों की जांच की गई। जांच में दो बाबा संदिग्ध पाए गए हैं, जिनके पहचान पत्रों की गहराई से जांच की जा रही है।
बदरीनाथ यात्रा शुरू होते ही बड़ी संख्या में बाबा धाम पहुंचते हैं। ऐसे में पुलिस समय-समय पर उनकी पहचान का सत्यापन करती है। बदरीनाथ थाना प्रभारी नवनीत भंडारी ने बताया कि इस बार 600 बाबाओं का सत्यापन किया गया था, जिनमें से कई अब धाम से जा चुके हैं।
जो नए साधु यहां आ रहे हैं, उन्हें थाने में बुलाकर सत्यापन किया जा रहा है। बदरीनाथ धाम में दो संदिग्ध बाबा मिले हैं जो बंगाल के बताए जा रहे हैं। उनके पहचान पत्रों की जांच की जा रही है।