आयुष्मान कार्डधारकों के लिए 25 प्रतिशत बेड एक साल के भीतर कैंसर अस्पताल में आरक्षित
सुपर स्पेशियलिटी कैंसर अस्पताल हर्रावाला और मातृ-शिशु अस्पताल हरिद्वार को पब्लिक प्राइवेट पाटर्नरशिप (PPP) मोड पर संचालित करने की अनुमति दी गई, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में व्यय वित्त समिति की बैठक में।
सुपर स्पेशियलिटी कैंसर अस्पताल हर्रावाला और मातृ-शिशु अस्पताल हरिद्वार को पीपीपी मोड पर चलाया जाएगा। आयुष्मान कार्डधारकों के लिए 25 प्रतिशत बेड एक साल के भीतर कैंसर अस्पताल में आरक्षित रहेंगे।
इसे व्यय वित्त समिति की बैठक में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने मंजूरी दी। राजकीय मेडिकल कॉलेज देहरादून में फैकल्टी के लिए 72 आवास और यूजी विद्यार्थियों के लिए 300 बेड का हॉस्टल बनाया जाएगा। सचिवालय में व्यय वित्त समिति की मंगलवार की बैठक में 300 बेड के कैंसर अस्पताल हर्रावाला और 200 बेड के मातृ-शिशु अस्पताल हरिद्वार को पीपीपी मोड पर चलाने की अनुमति दी गई है।
बताया गया है कि स्वास्थ्य विभाग जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू करेगा। मुख्य सचिव ने बैठक में कैंसर अस्पताल को एक साल के भीतर शुरू करने का आदेश दिया। कहा, कैंसर के इलाज में अस्पताल में इस्तेमाल होने वाले सभी उपकरणों, सुविधाओं और मानव संसाधनों को सुरक्षित रखें। आयुष्मान कार्डधारकों के लिए अस्पताल में 25 प्रतिशत बेड आरक्षित रहेंगे।
300 बेड का हॉस्टल बनाने की मंजूरी की बैठक में राजकीय दून मेडिकल कॉलेज पटेलनगर में फैकल्टी स्टाफ के 72 आवासों और यूजी छात्रों के लिए 300 बेड का हॉस्टल बनाने की अनुमति दी गई। मुख्य सचिव ने दोनों इमारतों को ग्रीन इमारतों के रूप में बनाने का आदेश दिया। ब्रिज एंड रूफ नामक कार्यदायी संस्था भवन बनाएगी।
भवन में भी सौर ऊर्जा और रेन वाटर हारवेस्टिंग की सुविधा होगी। कॉलेज परिसर में 3.62 एकड़ भूमि आवास और हास्टल के लिए उपलब्ध है। इस परियोजना को दो साल में समाप्त कर दिया जाएगा। इसके लिए 76.97 करोड़ रुपये खर्च होंगे। सचिव स्वास्थ्य डा. आर राजेश कुमार और अन्य अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।