रोहित नेगी मर्डर केस: मंगलौर बॉर्डर पर पुलिस से मुठभेड़, दोनों आरोपी गोली लगने से घायल

तीन मई को प्रेमनगर थाना क्षेत्र के मांडूवाला में पीपल चौक पर रोहित नेगी को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया था।

 

देहरादून के प्रेमनगर थाना क्षेत्र में स्टोन क्रशर मालिक और भाजपा नेता रोहित नेगी की हत्या के मुख्य आरोपियों की आज देर रात पुलिस से मुठभेड़ हो गई। मुजफ्फरनगर-मंगलौर बॉर्डर पर आरोपियों के दिखाई देने पर पुलिस ने उनका पीछा किया। इस दौरान हुई जवाबी फायरिंग में दोनों आरोपियों के पैरों में गोली लगी। दोनों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

 

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी की थी। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए बनाई गई टीमों ने लगातार दबिश जारी रखी। इसी दौरान देर रात मोहम्मद अजहर त्यागी (पुत्र अब्दुल रब, निवासी प्रधान पट्टी बरला, थाना पुरकाजी, जिला मुजफ्फरनगर) और आयुष कुमार उर्फ सिकंदर (पुत्र विजय कुमार, निवासी मालैंडी, शामली) को उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर देखा गया। भागने की कोशिश में दोनों आरोपी पुलिस की फायरिंग में घायल हो गए।

 

ये है पूरा मामला

 

मंगलवार तड़के प्रेमनगर पुलिस को सूचना मिली कि मांडूवाला स्थित पीपल चौक पर एक युवक को गोली मारी गई है। पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि घायल युवक को उसके साथी ग्राफिक एरा अस्पताल ले गए हैं। जब पुलिस अस्पताल पहुंची, तो डॉक्टरों ने बताया कि युवक की मौत हो चुकी है। मृतक की पहचान रोहित नेगी के रूप में हुई।

 

 

 

 

नेगी के साथियों ने पुलिस को बताया कि वह अपने पांच-छह दोस्तों के साथ पार्टी कर रहे थे, जिनमें एक युवती भी शामिल थी। वह युवती रोहित के एक दोस्त की मित्र थी। पार्टी के दौरान युवती के मोबाइल पर अजहर मलिक का फोन आया और दोनों के बीच कहासुनी होने लगी। रोहित ने जब बातचीत सुनी तो पाया कि अजहर युवती को अपशब्द कह रहा था। इस पर रोहित को गुस्सा आया और उसने भी अजहर से बहस कर ली। हालांकि, वहां मौजूद लोगों ने बीच-बचाव कर मामला शांत करा दिया।

 

 

 

 

कुछ देर बाद सभी लोग रोहित की कार से अपने-अपने घर के लिए निकल गए। तभी रास्ते में अजहर अपने एक साथी के साथ पहले से बाइक पर मौजूद था। जैसे ही रोहित ने कार रोकी, अजहर ने कार की खिड़की के पास आकर गोली चला दी, जो सीधे रोहित के गले में लगी।