उत्तराखंड में एक्वाइन इन्फ्लूएंजा पर निगरानी, 16 हजार से ज्यादा घोड़े-खच्चरों की सैंपलिंग

उत्तराखंड सरकार घोडे खच्चरों में एक्वाइन इन्फ्लूएंजा वायरस के सामने आने के बाद से लगातार घोडे खच्चरों की सैंपलिंग कर रही है। सरकार ने अबतक 16 हजार से ज्यादा घोड़े खच्चरों की सैंपलिंग की है।
सचिव पशुपालन डॉ बी.वी.आर.सी पुरुषोत्तम ने सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में प्रेसवार्ता कर बताया कि वायरस की जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं पशुपालन मंत्री सौरव बहुगुणा के निर्देश पर पशुपालन विभाग ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाएं हैं। उन्होने बताया कि राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान संस्थान ने बीते 26 मार्च 2025 को रूद्रप्रयाग जिले के दो गांव में घोड़े खच्चरों की सैंपलिंग की थी ,
जिसमें एक्वाइन इन्फ्लूएंजा वायरस से संक्रमित घोड़े होने की सूचना मिली थी। उसके बाद पशुपालन विभाग ने अबतक 16 हज़ार घोड़े- खच्चरों की सैंपलिंग की हैं, सैंपलिंग में जो घोड़े नेगेटिव आए हैं, उन्हीं घोड़ों को यात्रा में ले जाने की अनुमति दी गई। वहीं 16 हज़ार घोड़ों की सैंपलिंग में 152 सैंपल पॉजिटिव आए हैं, और इन 152 सैंपल का पुनःर.टी.पी.सी.आर टेस्ट भी कराया गया।
जिसमें किसी भी घोड़े खच्चर की रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं पाई गई। सचिव पशुपालन ने बताया कि 2 दिन की यात्रा में 13 घोड़े खच्चरो की मृत्यु होने की सूचना प्राप्त हुई है। जिसमें 8 घोड़ों की मृत्यु “डायरिया” एवं 5 घोड़ों की मृत्यु “एक्यूट कोलिक“ से हुई है, इसके साथ ही विस्तृत रिपोर्ट के लिए इनके सैंपल बरेली भेजे गए हैं। उन्होंने बताया मामले की गंभीरता को देखते हुए 22 से अधिक डॉक्टरों की टीम को यात्रा मार्ग में तैनात किया गया है।